नए रीको औद्योगिक क्षेत्र से 6 चोरी दुपहिया वाहन जप्त कर पांच संदिग्धों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

सरदारशहर। पुलिस ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के रीको औद्योगिक क्षेत्र से बीकानेर के विभिन्न इलाकों से चोरी हुए 6 दुपहिया वाहन जप्त कर पांच संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है। थाना अधिकारी सतपाल विश्नोई ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बढ़ती चोरियों की वारदातों को रोकने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान की निरंतरता में चूरू पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार और डीएसपी हिमांशु शर्मा के सुपरविजन में और थाना अधिकारी सतपाल विश्नोई की के नेतृत्व में कस्बा चौकी प्रभारी हेड कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश को मुखबिर के जरिए सूचना मिली की नए रीको औद्योगिक क्षेत्र में 5 मोटरसाइकिल एक स्कूटी और एक मोटरसाइकिल चेसिस फ्रेम लावारिस हालत में पड़े हैं। सूचना पर मौके पर पहुंचे तो पांच मोटरसाइकिल और एक स्कूटी व एक मोटरसाइकिल चेसिस फ्रेम पड़ी थी। वहीं पास में 5 संदिग्ध युवक घूम रहे थे। मौके पर मिले छह दुपहिया वाहनों की जांच की गई तो सभी दुपहिया वाहन बीकानेर जिले के अलग-अलग इलाकों से चोरी होने पाए गए। जिस पर पुलिस ने सभी छह दुपहिया वाहनों को जप्त कर संदिग्ध पांचों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार युवकों में बीकानेर जिले के सेरूणा निवासी सुनील उर्फ जगदीश पुत्र सोहनलाल नायक, बीकानेर के वार्ड 35 निवासी अश्विनी कुमार पुत्र महावीर सांखला, बीकानेर के सदर थाना इलाका निवासी कन्हैयालाल उर्फ राहुल पुत्र चिरंजीलाल मोदी, रतनगढ़ के टिडियासर निवासी कालूसिंह पुत्र कल्याणसिंह राजपूत और राजासर बिकान निवासी ओमप्रकाश पुत्र राजूराम नायक को गिरफ्तार किया है। उक्त पांचों में से सुनील, कन्हैयालाल, अश्विनी के खिलाफ बीकानेर के विभिन्न पुलिस थानों में लूट, चोरी व नकबजनी के मामले दर्ज है। वहीं कालूसिंह दुष्कर्म के मुकदमे में जेल में रह कर आया है। वहीं सुनील उर्फ जगदीश अव्वल दर्जे का नकाबजन है जो चोरी नकबजनी के मुकदमों में 9 साल जेल में रहकर आया है। जेल से आने के बाद रेलवे स्टेशन फुटपाथ पर रहता है और नशे का आदी है। आए दिन ट्रेनों में मोबाइल व पर्स चोरी करता है। जिसने करीब 50 मोबाइल और करीब 50 वारदात जेबतरासी की करना बताया है। बीकानेर के अलग-अलग क्षेत्रों से करीब 10 मोटरसाइकिल की चोरी की वारदात स्वीकार की है। वारदात करने के बाद कन्हैयालाल, अश्विनी, कालूसिंह, ओमप्रकाश आदि चोरी किए माल को आगे बेचने का काम करते हैं। कार्रवाई में थाना अधिकारी सतपाल विश्नोई, हेड कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश डूडी, कॉन्स्टेबल रामचंद्र सिहाग, नंदलाल डूडी, अनिल कुमार सैनी, धर्मेंद्र कुमार, सत्य प्रकाश मीणा की विशेष भूमिका रही।
वारदात करने का तरीका
उक्त पांचों में से सुनील, कन्हैयालाल व अश्विनी भीड़भाड़ वाले इलाकों में हॉस्पिटल, पब्लिक पार्क में से मोटरसाइकिल उठाते हैं एवं चेसिस नंबर व इंजन नंबर को ग्राइंडर से मिटा देते हैं एवं नंबर प्लेट हटाकर दूसरे कस्बों में ले जाकर कम दामों में कालूसिंह व ओमप्रकाश वगैरा को बेच देते हैं।