मंत्रालयिक कर्मचारियों का महापड़ाव जारी, मांगो के लिए मुख्यमंत्री के नाम लिखे पोस्टकार्ड

सवाईमाधोपुर. मांगों को लेकर जयपुर के शिप्रापथ पर मंत्रालयिक का 15 वे दिन भी महापड़ाव जारी रहा। इस दौरान सोमवार को मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर अपनी न्यायोचित मांगो के संबंध में आदेश जारी करने की मांग की। इसमें जिले से 800 से अधिक मंत्रालयिक शामिल है। मंत्रालयिक कर्मचारियों का कहना है कि अब तक सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। उधर, मंत्रालयिक कर्मचारियों के महापड़ाव में जाने से जिले में दो दर्जन से अधिक सरकारी कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप है। वहीं इसका सीधा सा असर 17 अप्रैल से शुरू हुए मंहगाई राहत शिविर में भी दिखाई दे रहा है। मंत्रालयिक कर्मचारियों ने बताया कि जब तक सरकार लिखित में मांगो के आदेश जारी नहीं करती तब तक ये हड़ताल जारी रहेगी।
इसलिए महापड़ाव में पहुंचे कर्मचारी
गत 4 सितम्बर 2021 को राज्य सरकार एवं महासंघ के साथ हुए लिखित समझौते की पूर्ण पालना नही होने एवं 3 फरवरी को बजट पूर्व ध्यानाकर्षण महारैली के माध्यम से मंत्रालयिक कर्मचारियों की पीड़ा से अवगत कराने के बावजूद महासंघ की महत्वपूर्ण वित्तिय मांगों को बजट घोषणाओं में भी उपेक्षित रखने से आहत मंत्रालयिक कर्मचारियों ने 10 अप्रेल 2023 से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश में रहते हुए 17 अप्रेल से प्रदेश में एक लाख मंत्रालयिक कर्मचारियों ने जयपुर में महापड़ाव में भाग लिया।