जरा सावधान से चलना: सड़क आपके नहीं हमारे लिए बनी हुई हैं,,,,??

जरा सावधान से चलना: सड़क आपके नहीं हमारे लिए बनी हुई हैं,,,,??

 

सड़कों पर आवारा मवेशियों का कब्जा


सड़क के बीच बैठने से लोगों को गुजरने में हो रही परेशानी 


सुमेरपुर। जरा सड़कों पर सावधान रहकर चलना,यह सड़क मार्ग आपके नहीं हमारे बैठने के लिए बनी हुई है।
नगर की जनता और सड़क पर चलने वाले राहगीर लंबे समय से आवारा मवेशियों की धमाचौकड़ी से परेशान हैं। यहां लगभग हर सड़क पर आवारा मवेशियों का आतंक है। शहर के सभी 
मुख्य मार्ग से  आवारा मवेशियों का जमावड़ा सर्वाधिक देखने को मिलता है। सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं से आए दिन दुर्घटना होने से लोग परेशान हैं। ये बेजुबान पशु मवेशी आए दिन आपस में भिड़ जाते हैं,तो कभी सड़कों के बीच झुंड में बैठ जाते हैं,जिससे सड़क से निकलने वाले वाहन चालक भी घायल हो रहे हैं लेकिन  प्रशासन का इस ओर बिलकुल भी ध्यान नहीं है। नगर को अभी तक पशुओं के आतंक से निजात नहीं दिला पा रही है।
आमजन की मानें तो कई बार नगर शिकायत करने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

वाहन चालक होते हैं परेशान

मवेशियों का सबसे ज्यादा जमावड़ा सड़कों पर होता है। यहां पर लगभग पूरी सड़क पर मवेशी दिन भर खड़े रहते हैं तो कई मवेशी बीच सड़क पर ही बैठे रहते है। वाहन चालक हार्न भी बजाता है तब भी वे टस से मस नहीं होते। वाहन चालकों को नीचे उतरकर उन्हें सड़क किनारे करना पड़ता है,तभी वह आगे बढ़ते हैं। दिन हो या फिर रात यह मवेशी राहगीरों के लिए सबसे ज्यादा मुसीबत बने हुए हैं लेकिन प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान न दिए जाने से सब्जी व फल विक्रेता व राहगीरों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।

गौरतलब हो कि पूर्व में नगर परिषद ने नगर में घूम रहे आवारा पशुओं के संबंध में मवेशी मालिकों को हिदायत दी थी कि वे अपने मवेशी घर में ही बांध कर रखें,अन्यथा मालिकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मगर इसका कोई असर आज तक नहीं हो पाया है। नगर के रहवासी क्षेत्रों में अवैध रूप से पशुपालन किया जा रहा है। दुधारु पशुओं को घरों के आसपास रखने वाले लोग शहर में छोड़ देते है।

मवेशियों को यहां से वहां ले जाने के दौरान ये यातायात को बाधित कर रहे हैं।

 इधर, शहर के प्रमुख  चौक-चौराहों एवं  मुख्य मार्गो में इन दिनों सड़कों पर पशुओं की धमाचौकड़ी से आमजन परेशान हो रहे हैं। इतना ही नहीं अनेक लोग इन पशुओं से टकराकर दुर्घटना का शिकार भी हो रहे है। बावजूद  स्थानीय प्रशासन इस मामले पर उचित कार्रवाई करने में नाकाम नजर आ रहा है।