बीएसएफ के जवान गोपीचंद का तबीयत बिगड़ने से निधन, 2 अप्रैल 2012 का लगा बीएसएफ में नौकरी, पत्नी ने दिया पति को कंधा, गांव में राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार

सरदारशहर। तहसील के गिड़गिचिया गांव के बीएसएफ में तैनात जवान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जवान गोपीचंद पुत्र तुलसीराम जाट को शनिवार देर शाम सीने में दर्द होने के कारण राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान जवान की मौत हो गई। जवान के पार्थिव शरीर को राजकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद बीएसएफ की शव वाहिनी से उनके गांव के लिए रवाना किया गया। इस दौरान अस्पताल और गांव में थाना अधिकारी सतपाल विश्नोई समेत पुलिस टीम भी मौजूद रही। पूर्व सरपंच मदनलाल पारीक व सुखराम सारण ने बताया कि बीएसएफ जवान करीब 20 दिन पहले निजी कार्यक्रम के लिए 1 माह की छुट्टी लेकर गांव आया था। उन्होने बताया कि 2 अप्रैल 2012 में बीएसएफ सेना भर्ती में हुआ था। जब गोपीचंद गांव में आता था तब गांव के युवाओं को सेना भर्ती में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था। अचानक गोपीचंद के जाने से गांव में बहुत ज्यादा क्षति हुई है। जिसकी पूर्ति कभी नहीं हो सकती है। बड़े भाई मनफूल मुहाल ने बताया कि गोपीचंद के 8 साल की पुत्री सुप्रिया व 14 महिने का मंजीत नाम का पुत्र है। गोपीचंद के तीन भाई है। गांव के सुखराम सारण ने बताया कि गांव में निजी निवास पर जवान के अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह को रखा गया। बाद में जवान के पार्थिव देह को राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र मंजीत ने मुखाग्नि दी व उनकी धर्मपत्नी सुमन देवी ने गोपीचंद को कंधा भी दिया। इसी प्रकार बीएसएफ की टुकड़ी ने जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। अंतिम दर्शन करने के लिए आसपास के गांवों के लोगों की भीड़ जुट गई। इस मौके पर डीएसपी नरेंद्र शर्मा, थानाधिकारी सतपाल विश्नोई, पालिका चेयरमैन राजकरण चौधरी, डेयरी चेयरमैन लालचंद मूंड, उप प्रधान केशरीचंद शर्मा, बलदेव सारण, पूर्व प्रधान सत्यनारायण सारण, सुरेश तिवाड़ी, महावीर माली, सरपंच रामलाल मेघवाल, पूर्व सरपंच मदनलाल पारीक, रणजीत सारण, श्रवण कुमार सारण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।