पत्रकारों के साथ अभद्रता करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए नहीं होगा आंदोलन
नीमकाथाना पाटन,(निंस.)। पत्रकार आज के समाज का चौथा स्तंभ माना जाता है पत्रकार का कार्य आमजन और प्रशासन को सच्चाई से रूबरू कराना है। सरकार और विभिन्न न्यायालयों द्वारा भी पत्रकार की सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी किये जाते रहे है। लेकिन दातारामगढ़ में आयोजित मुख्यमंत्री राहत कैंप में पत्रकारों के साथ बदसलूकी कर सुरक्षा गार्ड द्वारा उनके मोबाईल छीनवाकर शिविर में हुई अवस्थाओं को लेकर बनाये गये वीडियों डिलीट करवाए गए। इससे पत्रकारों एवं पत्रकार संगठनों में खासा रोष व्याप्त हैं। ज्ञापन पाटन तहसील में तहसीलदार को भी दिया गया है। ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया जाता है कि महंगाई राहत शिविर में प्रशासन गांवों के संग अभियान का आगाज जैसे ही उपखण्ड मुख्यालय पर सोमवार को हुआ तो अव्यवस्थाओं को लेकर उपखण्ड अधिकारी प्रतिमा वर्मा ने ग्राम विकास अधिकारी व सरपंच प्रतिनिधि रतनलाल यादव को फटकार लगाई और उनका वीडियों पत्रकारों ने जब बनाया तो सुरक्षा गार्ड से कहकर पत्रकारों के मोबाईल लिए गए और विडीयों डिलीट करवाए गये। इस बात को लेकर मीडियाकर्मियों में खासा रोष व्याप्त हैं। उनका कहना है कि एक जिम्मेदार अधिकारी मामले को छुपाने के लिए मीडियाकर्मियों के साथ गुस्से से पेश आती हैं और उनके मोबाईल लेकर उनके विडीयों डिलीट करवाती हैं इस तरह की हठधर्मिता प्रेस की स्वतंत्रता का हनन है इसकी इंडियन मीडिया जर्नलिस्ट्स यूनियन राजस्थान कड़े शब्दों में निन्दा करती हैं और माननीय मुख्यमंत्री जी से कार्यवाही की अपेक्षा करती हैं ताकि पत्रकार निडर होकर निष्पक्ष पत्रकारिता कर सके। यदि समय रहते कार्यवाही नही होती हैं तो पत्रकारों को आंदोलन पर उतरना पड़ेगा। ज्ञापन देने वालों में पत्रकार हरिकिशन राव, प्रतीक तिवारी, शंकर सैनी, बबलू यादव, किशन लाल सैनी, प्रवीण कुमार योगी उपस्थित रहे।
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