प्रोपर्टी डीलर की दुर्घटना के बाद शहर के मुख्य बाजार हुए बंद, मुआवजे व सरकारी नौकरी की मांग।
भीलवाड़ा। शहर में शुक्रवार सुबह
घर से मॉर्निंग वॉक पर निकले प्रॉपर्टी कारोबारी को गोल प्याऊ चौराहे पर ट्रोले ने कुचल डाला। इस घटना में कारोबारी गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी उपचार के दौरान महात्मा गांधी अस्पताल में मौत हो गई। उधर इस घटना के बाद चालक ट्रोले को मौके पर ही छोड़ भागा। अस्पताल की मोर्चरी पर प्रॉपर्टी कारोबारी और अन्य परिचित जमा हो गए, प्रोपर्टी एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मांग है की मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए उधर दोपहर बाद माहेश्वरी समाज के आह्वान पर शहर के कुछ प्रमुख बाजारों को भी बंद करवा दिया। फिलहाल पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी समझाइश के प्रयास में जुटे हैं। मौके पर शहर विधायक विठ्ठलशंकर अवस्थी भी पहुंचे। दोपहर बाद प्रशासन से वार्ता में मांगे माने जाने की सहमति पर परिजनों शव लेने को सहमत हुए। जानकारी के अनुसार भीमगंज थाना क्षेत्र में स्थित छिपा बिल्डिंग के पीछे भदादा बाग निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी सुशील पुत्र राधेश्याम गगरानी 51 मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और गोल प्याऊ चोराहे और एक ट्रोले ने उन्हें कुचल डाला। पेट से नीचे का शरीर पूरी तरह कुचल जाने से वहां सड़क पर खून फैल गया। गंभीर हालत में गगरानी को उपचार के लिए महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। इस घटना की सूचना आग की तरह फैल गई। अस्पताल परिसर में मृतक के चिर परिचित जमा हो गए। मोर्चरी पर भीलवाड़ा डीलर्स एंड प्रॉपर्टी ब्रॉकर एसोसिएशन के अध्यक्ष जगजीवन जायसवाल एवं कैलाश कोठारी, ओमप्रकाश गट्टयानी सहित अन्य पदाधिकारियों व कारोबारियों ने मांग रखी है की मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। उधर माहेश्वरी समाज के आहवान पर दोपहर में समाजजनों ने बाजार बंद करवाना शुरू कर दिया।
दोपहर 1 बजे तक शहर के प्रमुख बाजारों को इनके द्वारा बंद करवा दिया गया। उधर मोर्चरी के बाहर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी समझाइश के प्रयास में जुटे रहे। घटना की जानकारी मिलने पर विधायक विठ्ठलशंकर अवस्थी भी मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से वार्ता की। गौरतलब है की शहर के हृदय स्थल माने जाने वाले गोल प्याऊ चौराहा पर हुए भयानक हादसे को देख लोग काप उठे। लोगों का कहना था की बीच बाजार इस तरह जब बाजार में ही लोग सुरक्षित नहीं सड़कों का क्या हाल होगा। लोग कुछ समय पहले सरकारी दरवाजा क्षेत्र में एक ट्रोले के बेकाबू होकर घुस आने की घटना को भी याद करते नजर आए।