बौद्धिक संपदा के अधिकार, पेटेंट, कॉपीराइट और ट्रेडमार्क पर सेमिनार का हुआ आयोजन

श्रीमाधोपुर
कस्बे के महात्मा गाँधी पीजी कॉलेज व महात्मा गाँधी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, श्रीमाधोपुर संयुक्त तत्वाधान में भारतीय बौद्धिक संपदा के अधिकार पेटेंट कॉपीराइट व ट्रेडमार्क पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार समन्वयक प्रमोद कुमार वर्मा ने बताया कि सेमिनार का शुभारंभ निदेशक मोहर सिंह खर्रा, प्राचार्य डॉ. वी. के. सैनी व उपप्राचार्य विजेंद्र कुमार द्वारा माँ सरस्वती व महाविद्यालय संस्थापक स्व. चौ. प्रताप सिंह खर्रा की फोटो के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया की सर्वप्रथम प्रवक्ता डॉ. अशोक कुमार (पेटेंट और कॉपीराइट एग्जामिनर, भारत सरकार) ने सभी छात्र- छात्राओं को केंद्रीय कॉपीराइट, बौद्धिक संपदा के अधिकार, पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क व ज्योग्राफिकल इंडिकेशन का महत्व समझाया। अतिथि डॉ अशोक कुमार ने बताया कि सुई से लेकर हवाई जहाज तक प्रत्येक चीज का पेटेंट होता है तथा एक ही वस्तु या अन्य किसी सामान के अलग-अलग भागों के लिए अलग-अलग पेटेंट भी लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इससे उस चीज का प्रमाण रहता है कि इस नाम की व उसी प्रकार की वस्तु कोई दूसरा व्यक्ति नहीं बना सकता। जिसमे कृषि उपकरण, सेना के लिए नई तकनिकी के हथियार, फूड्स, मशीन, खिलौने, नई डिजाइन के नए प्रोजेक्ट इसके अंतर्गत आते है, जिनका पेटेंट होता है।
द्वितीय सत्र में प्राचार्य डॉ वीरेंद्र सैनी ने ट्रेडमार्क का महत्व में बताया की ट्रेडमार्क से किसी भी वस्तु का नकल होना असंभव है व इसे खाद्य पदार्थों में प्रयोग किया जाता है। प्रत्येक व्यक्ति को जिसका वह वैध निर्माण करता है का ट्रेडमार्क अवश्य लेना चाहिए। इस अवसर पर व्याख्याता वीरेंद्र यादव, तकनीकी एक्सपर्ट आनंद बबेरवाल, सुशीला देवी, रोहित शर्मा, मांगीलाल कुमावत, अशोक गहलोत, राकेश शर्मा, कैलाश कुमार, अंकित जांगिड़, मुकेश वर्मा, रामसिंह जाट, धर्मपाल बिजारणिया, प्रदीप शर्मा, श्याम लाल सामोता, नीलम शर्मा, शिल्पी, दिनेश डोडवाडिया सहित समस्त स्टाफ उपस्थित था।