विवेकानंद कॉलेज में प्रतिभाओं का सम्मान

बीदासर के विवेकानंद कॉलेज में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर द्वारा घोषित सेमेस्टर और एनुअल परीक्षाओं के परिणाम में अव्वल रहने वाले छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें विवेकानंद पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अखिलेश राय ने बताया कि विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
एमएससी थर्ड सेमेस्टर परिणाम
- भौतिकी विज्ञान: अमित, स्नेहा और श्वेता ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
- केमिस्ट्री: सोनू और चंद्रप्रकाश ने प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
- बॉटनी: प्रीति और लीला ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- जूलॉजी: अंजू, गजानंद और नेहा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
सेमेस्टर प्रथम परिणाम
- फिजिक्स: मनीषा, पूजा और पप्पूराम ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- केमिस्ट्री: विमला, सुमन और द्रोपणा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- मैथ्स: नर्मदा, रामकुमार और रामदेव ने शीर्ष स्थान हासिल किया।
- बॉटनी: मुस्कान, सुमन और पूनम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- जूलॉजी: दीक्षा और सुमन ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
बीएससी परिणाम
- बीएससी पार्ट थर्ड: प्रियंका, लक्ष्मण और सुमित्रा ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- बीएससी पार्ट सेकंड: सुशीला, काली और जसोदा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
- बीएससी पार्ट प्रथम: सोनू, जमुना, धर्मेंद्र और सुशीला ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
बीए परिणाम
- बीए पार्ट थर्ड: पार्वती, रामपाल और कौशल्या ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- बीए पार्ट सेकंड: राधा, जमुना और मूली ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
- बीए पार्ट प्रथम: आरती, सुमन और सुलोचना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
डॉ. अखिलेश राय ने छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन को समाज के लिए शुभ संकेत बताते हुए कहा कि महिलाएं पढ़ेंगी तभी समाज आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें मार्कशीट के अंकों से ऊपर उठकर समाज की आवश्यकताओं को पूरा करने वाली शिक्षा पर जोर देना चाहिए।
संस्था निदेशक रामचन्द्र लेघा ने उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम के लिए महाविद्यालय के संपूर्ण स्टाफ को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की 66% आबादी युवा है और भारत की औसत आयु 26 वर्ष है, जो अन्य सभी देशों से कम है। ऐसी स्थिति में हमें हमारी शिक्षा व्यवस्था को युवाओं की क्षमताओं के अनुरूप विकसित करना होगा। राजस्थान में बेरोजगारी की स्थिति को देखते हुए उन्होंने युवाओं को ज्ञान का इन्वेस्टमेंट करने की सलाह दी, क्योंकि यह सर्वाधिक रिटर्न देने वाला है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों ने भाग लिया और इस आयोजन को सफल बनाया।