कोलकाता रेप और हत्याकांड में त्वरित और निष्पक्ष जांच और न्याय को लेकर कुचामन में स्वास्थ्य सेवाएं रही बंद
कुचामन सिटी
कोलकाता में आरजी मेडिकल कॉलेज की पोस्ट ग्रेजुएट प्रशिक्षु छात्रा की गैंगरेप के बाद निर्मम हत्या के विरोध में नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आव्हान पर लोकल आईएमए की अगुवाई में कल चिकित्सकों ने कार्य बहिस्कार किया। पूरे दिन इमरजेंसी सेवाओं के अलावा समस्त ओपीडी और आइपीडी सेवाएं बंद रही। बंद को समर्थन देते हुवे कुचामन डेंटल एसोसिएशन , कुचामन कैमिस्ट एसोसिएशन , कुचामन फिजियोथेरेपिस्ट एसोसियेशन और कुचामन लेब एसोसिएशन ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखे जिससे चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुई। इसके अलावा सेवारत चिकित्सा संघ ने भी सरकारी अस्पतालों में एमरजेंसी के अलावा ओपीडी का बहिष्कार किया। चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने इसकी पूर्व संध्या पर कैंडल मार्च भी निकाला। आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर बी एल गावड़िया ने बताया की आजादी के 78 सालों के बाद भी नारी देश में आजाद नहीं है। सरकारों ने दिल्ली निर्भया कांड के बाद भी सबक नहीं लिया और अभी भी मेडिकल कॉलेज जैसे कार्यस्थान भी महिलाओं के लिए असुरक्षित ह तो आम जीवन में महिलाओं पर अत्याचारों की गिनती नहीं ह। उपर से असली दोषियों को अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए बचाना, सबूत मिटाने के लिए भीड़ से हिंसा करवाना और प्रशासन द्वारा केस में लीपापोती करना एक बड़ी साजिश को बताता ह और स्थानीय सरकार में महिला मुख्यमंत्री की संवेदनहीनता को बताता ह। अतः इस केस केंद्रीय एजेंसी से जांच करवाकर फास्ट्रैक कोर्ट में चलाकर दुष्कर्मियों और हत्यारों को फांसी की सजा देनी चाहिए। इसके साथ ही निर्भया फंड का सदुपयोग करके कार्यस्थलों में महिला सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिएं ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति ना हो।