थोक सब्जी मंडी में अव्यवस्थाओं का आलम, किसानों के माल रखने के लिए बने यार्ड पर व्यापारियों ने जमाया कब्जा, किसानों को अपना माल रखना पड़ता है जमीन पर, घंटों तक खड़ा रहना पड़ता है तेज धूप में

सरदारशहर। कृषि उपज मंडी परिसर में स्थित थोक सब्जी मंडी में लंबे समय से अव्यवस्थाओं का आलम देखने को मिल रहा है। जिससे कृषि मंडी प्रशासन जहां पूरी तरह से बेखबर है वहीं गांवों से सब्जियां लेकर आने वाले किसानों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसानों की शिकायत पर गुरुवार को किसान नेता लालचंद छिरंग के नेतृत्व में थोक सब्जी मंडी का जायजा लिया गया। इस दौरान अनेकों अव्यवस्थाएं देखने को मिली। सब्जी मंडी में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। वहीं पीने के पानी और सुलभ शौचालय की व्यवस्था भी बदहाल मिली। सब्जी मंडी के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के तार नीचे होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। किसानों का माल रखने के लिए बने यार्डों को व्यापारियों ने खाली क्रेटो से भर कर अपना कब्जा जमा रखा है। जिससे किसानों को अपना माल खुले में जमीन पर रखना पड़ता है और घंटों तक धूप में खड़ा रहना पड़ता है। शुलभ शौचालय बेशुमार गंदगी से अटे पडे हैं। किसानों ने बताया कि जब से शौचालय बने हैं तब से आज तक इनकी सफाई नही हुई है। जिससे यहां आने वाले किसान और व्यापारी इनकी बदबू से परेशान हैं। इस विशाल मंडी में जहां हजारों लोगों का प्रतिदिन आगमन होता है वहां एकमात्र प्याऊ है। इसके अलावा पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। गर्मी में ठण्डे पानी के लिए इस प्याऊ में फ्रीजर लगा रखा है। लेकिन वो कभी चलता नहीं। इसी को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया और शीघ्र सुधार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। किसान नेता छिरंग ने बताया कि 25 वर्ष पूर्व मेरे पिताजी नथुराम छिरंग और अन्य किसान नेताओं ने आढत की लड़ाई शुरू की थी जो आज तक जारी है। आज भी किसानों से व्यापारियों द्वारा 6.15% आढत ली जा रही है। जबकि मंडी नियमानुसार आढत किसानों से नही ली जा सकती। आढत सब्जियां खरीदने वालो से ली जा सकती है। किसानों से केवल एक प्रतिशत मंडी टेक्स ही लिया जा सकता है। सब्जी मंडी में रोजाना लाखों का माल बिकता है। जिसका मण्डी अधिकारियों के पास कोई हिसाब नहीं है। क्योंकि मंडी में आने वाले माल की गेट पर एण्ट्री होनी चाहिए। लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है। यही हालात थोक धान मंडी के हैं व्यापारियों और मंडी कार्मिकों की मिली भगत से मंडी टेक्स का नुकसान होना बताया गया। किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कृषि मंडी सचिव कमल किशोर सोनी तुरंत सब्जी मंडी पहुंचे और किसानों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में 2 दिन पूर्व मीटिंग हुई है। जिसमें पानी, सुलभ शौचालय, सफाई व्यवस्था, हाई टेंशन लाइन, व्यापारियों के माल रखने की जगह आदि समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया तथा तुरंत प्रभाव से समुचित व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मंडी कर्मचारियों को निर्देशित किया है। मंडी सचिव सोनी ने बताया कि उन्हें सरदारशहर, राजगढ़, तारानगर, चूरू, लूणकरणसर, आरडी 465 सहित 2 जिलों का कार्यभार देखना पड़ता है। प्रत्येक मंडी की समय पर मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है। इस कारण कुछ परेशानियां हो रही है पर अब सभी व्यवस्थाओं में शीघ्र समुचित सुधार करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि आने वाले किसानों को कोई परेशानी ना हो। इस मौके पर कांग्रेस देहात अध्यक्ष ईशरराम डूडी, गोवर्धन कुलड़िया, रामचंद्र जाट, संजय माली, लीछुराम छिरंग, राजेंद्र छिरंग, महेंद्र राकसिया, रजीराम जाट, बजरंगलाल गोदारा, मांगीलाल मेघवाल, धनाराम जाट, सहीराम जाट, उदाराम सारण, नवरत्न सैनी, सांवरमल बागड़ी व विजय राकसिया सहित अनेकों किसान मौजूद थे।