क्षेत्र में कोहरे ने दी पहली दस्तक, किसानों ने के चेहरे पर आई मुस्कान, सूख रही फसलों के लिए वरदान साबित होगा कोहरा
सरदारशहर। उपखंड इलाके में इस वर्ष हल्की मावठ की बारिश नहीं होने के कारण असिंचित फसलों को नुकसान हो रहा था। किसान फसलों को देखकर चिंतित दिख रहे है। लेकिन बुधवार को पहली बार कोहरा आने से फसलों पर पानी की बूंदे जम गई है। जिसके कारण फसलों में बहुत अच्छा फायदा होगा। जिसके कारण किसान भी खुश नजर आ रहे हैं। रबी की फसलों में ओस की बूंदे आने से सिंचित फसलों और असिंचित फसलों में बहुत अच्छा फायदा मिलेगा। जिसके कारण फसलों में उपज अच्छी होने की संभावना बनी है। कृषि विभाग के कृषि पर्यवेक्षक राकेश जाखड़ ने बताया कि अगर ओस लगातार गिरती रहीं तो चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। इस बार कम बारिश के कारण रबी की फसलें अधिक सिंचाई चाह रही है। ठंड पर्याप्त नहीं होने से फसल की ग्रोथ रूकी थीं। लेकिन अब ओस का असर देखने को मिला है। सहायक कृषि अधिकारी कृष्ण सारण ने बताया कि मौसम में आए बदलाव के बाद अब ठंड बढऩे के साथ रात में ओस गिरने लगी है। ओस जम कर गिर रही है। जिसका असर फसलों को मिल रहा है। यह ओस सीधे पौधों पर गिरती है और तना से खिसक कर पौधों की जड़ों तक चली जाती है। ओस की नमी से फसल का रंग रूप बदल रहा है। अगर लगातार ओस का सहारा फसलों को मिला तो निश्चित ग्रोथ बढ़ेगी उत्पादन भी ठीक होगा। इधर कम पानी की स्थिति के कारण भी कई जगह फसल को पानी की आवश्यकता है। यदि इसी तरह ओंस की बूंदी गिरती रहे तो किसानों को फायदा होने की उम्मीद है। किसानों के अनुसार गेहूं के लिए मावठ की बारिश की अति आवश्यक है। ओस आने से तापमान में आई गिरावट से फसलों की रुकी ग्रोथ बढ़ेगी। मौसम के करवट लेने के साथ तापमान में कमी आने से किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई है। तापमान में कमी आने और सर्दी में तेजी से रबी की फसलों को काफी लाभ होगा। अभी रबी की फसलें खेतों में अंकुरित हैं। कई खेतों में फसलों में विकास हो रहा है। तापमान में तेजी होने से बढ़वार पर असर पड़ रहा था। फसलें जिस तरह से बढ़ना चाहिए वैसी नहीं बढ़ रही थी। खेतों की नमी खत्म हो रही थी और फसलों को पानी जल्द देना पड़ रहा था। अब दो दिनों से कोहरा भी हो रहा है। फसलों पर ओस भी गिरने लगी है।
अंकुरित होने वाली फसलों को लाभ
कृषि पर्यवेक्षक राकेश जाखड़ ने बताया कि तापमान में कमी आने से सभी फसलों को लाभ होगा। खासतौर से उन फसलों को ज्यादा लाभ मिलेगा। जो अभी अंकुरित हो रही थीं। अंकुरित के समय पौधा कमजोर रहता है। जो तेज धूप सहन नहीं कर पाता। तापमान में कमी के साथ ओस भी गिर रही है। लहसुन और धनिए की फसल के लिए किसानों को सल्फर पाउडर का उपयोग कर लेना चाहिए। दोनों फसलों में सल्फर डालने से काफी फायदा होगा।
उपखंड क्षेत्र के इन गांव में होगा और ओस आने का ज्यादा फायदा
नायब तहसीलदार प्रहलादराय पारीक ने बताया कि सरदारशहर उपखंड क्षेत्र वैसे सिंचित क्षेत्र माना जाता है। ऐसे में भादासर, बधनाऊ, रामसीसर, भोजासर, बिकमसरा, करणसर, रंगाईसर, लूणासर, मालकसर, मालसर, पातलीसर, भानीपुरा, साडासर सहित करीबन 70 गांवो में इस ओस की बूंदों का बहुत अच्छा फायदा मिलेगा। यहां पर किसानों की फसलों में ज्यादा तापमान होने के कारण नुकसान हो रहा था। अचानक ओस आने का फायदा मिलेगा।