चु नींदनावी साल में सक्रिय हुईं मृदुरेखा, नेताओं की उड़ी रातों की।

चु नींदनावी साल में सक्रिय हुईं मृदुरेखा, नेताओं की उड़ी रातों की।

--डालू जाखड़/बाडमेर/--बाडमेर की पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष, पूर्व जिला परिषद सदस्य व पूर्व बाड़मेर विधानसभा विधायक प्रत्याशी डॉ मृदुरेखा चौधरी इन दिनों फिर से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय हुईं है। जिससे बीजेपी व कांग्रेस के नेताओं की रातों की नींद गायब होती दिख रही है। जाहिर है कि पिछले चार साल से निष्क्रिय मृदुरेखा का चुनावी साल में सक्रिय होना कुछ और संकेत कर रहा है। लिहाजा मृदु रेखा कौनसी पार्टी से दावेदारी कर सकती हैं ये तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन उनकी लोकप्रियता आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कायम है और हजारों उनके आज भी समर्थक है।           --दो बार लड़ चुकी है विधानसभा चुनाव--एडवोकेट मृदु रेखा चौधरी बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से दो बार चुनावों में भाग्य आजमा चुकी है। साल 2013मे भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री गंगाराम चौधरी का टिकट काटकर  अपना दावेदार बनाया लेकिन तत्कालीन मंत्री गंगाराम चौधरी द्वारा खुली बगावत करने के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी ने मृदु रेखा का टिकट काटकर प्रियका चौधरी को दिया,उस समय मृदु रेखा ने निर्दलीय चुनाव लड़कर बीस हजार वोट हासिल किए थै और कांग्रेस से मेवाराम जैन ने जीत दर्ज की। उसके बाद मृदु रेखा ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की और पार्टी ने उन्हें महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ समय से मृदुरेखा की कांग्रेस से भी नहीं बन रही है।               ----चुनावी साल में सक्रिय--चौधरी ने चुनावी साल में सक्रियता बढ़ाने से कांग्रेस व बीजेपी के नेताओं की रातों की नींद गायब होती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक मृदु रेखा फिर से बीजैपी का दामन थाम सकती है। ऐसे में बाड़मेर विधानसभा से भाजपा के करीब एक दर्जन नेताओं पेशोपेश में है। गौरतलब है कि इस समय बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी से करीब एक दर्जन नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं और क्षैत्र में भी लगातार सक्रिय दिख रहे हैं उनमें मुख्य रूप से प्रियका चौधरी, चौहटन प्रधान रूपाराम सारण, रणवीर सिंह भादू, नरपतराज मूढ़ हैं वहीं कांग्रेस से वर्तमान विधायक मेवाराम जैन और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य आजाद सिंह राठौड़ की दावेदारी जता रहे हैं। लेकिन पुराने राजनीतिक अनुभव की नेता मृदु रेखा कौनसी पार्टी का दामन थामेगी ये तो भविष्य के गर्भ में है। लेकिन सभी पार्टी के नेताओं को उनके निर्णय का इंतजार ज़रूर है।---इनपुट -डालू जाखङ रावतसर।